लातूर में बड़ा मेडिकल स्कैंडल: लेज़र ऑपरेशन के नाम पर बुजुर्ग की किडनी निकालने का आरोप, डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग

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लातूर।
जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें 62 वर्षीय बुजुर्ग मरीज ने एक नामी डॉक्टर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि लेज़र ऑपरेशन के बहाने उसकी किडनी निकाल ली गई। मामला लातूर के ममता हॉस्पिटल का है, जहां मरीज का कहना है कि उसे ऑपरेशन से पहले पूरी जानकारी दिए बिना सहमति पत्र पर हस्ताक्षर कराए गए और बाद में जब जांच करवाई गई तो पता चला कि उसकी एक किडनी निकाल दी गई है। पीड़ित ने जिल्हा शल्य चिकित्सक अधिकारी से लेकर पुलिस अधीक्षक तक शिकायत दर्ज कराते हुए डॉक्टर का लाइसेंस रद्द करने और कठोर कार्रवाई की मांग की है।

पीड़ित ने बताई पूरी कहानी

नायगांव, तालुका चाकूर निवासी छमन चांदसाव पठाण (62) ने बताया कि कुछ महीने पहले उसे पेट में दर्द की शिकायत थी। विजन डायग्नॉस्टिक सेंटर, लातूर में डॉ. विक्रम सारडा की सलाह पर सोनोग्राफी कराई गई, जिसमें दोनों किडनियों में पथरी होने की पुष्टि हुई। इसके बाद छमन ने ममता हॉस्पिटल, मित्र नगर में डॉ. विश्वास मधुकरराव कुलकर्णी से लेज़र ऑपरेशन कराने का निर्णय लिया।

छमन के अनुसार, “ऑपरेशन से पहले डॉक्टर ने कहा कि लेज़र सर्जरी से पथरी निकाल देंगे, खर्च करीब 70 हजार रुपये आएगा। हम सहमत हो गए। लेकिन ऑपरेशन से पहले जो कागज साइन करवाए गए, वे कोरे थे। ऑपरेशन के बाद डॉक्टर ने कहा सब ठीक है, लेकिन कुछ ही दिन में मेरी तबीयत बिगड़ने लगी। जब सरकारी मेडिकल कॉलेज में जांच कराई तो रिपोर्ट में साफ लिखा था कि मेरी दायीं किडनी ही निकाल दी गई है।”

डॉक्टर पर ब्लैकमेल और धमकी के आरोप

पीड़ित का दावा है कि जब उसने डॉक्टर विश्वास कुलकर्णी से किडनी निकालने की बात पूछी तो डॉक्टर ने कहा, “तुमने साइन किए थे, अब ब्लैकमेल कर रहे हो? मेरी पहचान बड़े नेताओं तक है, तुम्हें दो मिनट में जेल में डाल दूंगा।” पीड़ित का कहना है कि यह पूरी बातचीत और अस्पताल का सीसीटीवी फुटेज सबूत के तौर पर मौजूद है।

सबूतों के साथ की गई शिकायत

छमन पठाण ने अपनी शिकायत में सोनोग्राफी और ऑपरेशन से पहले व बाद की रिपोर्ट भी सबूत के रूप में दी है। शिकायत की प्रतियां जिलाधिकारी, जिल्हा शल्य चिकित्सक और पुलिस अधीक्षक को भेजी गई हैं।

पीड़ित ने मांग की है कि,

आरोपी डॉक्टर पर तत्काल मामला दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाए।

अस्पताल को तुरंत सील कर डॉक्टर का लाइसेंस रद्द किया जाए।

गरीब मरीज के साथ हुए अन्याय की भरपाई कर उसे न्याय दिलाया जाए।

स्वास्थ्य विभाग और पुलिस में खलबली

मामले के सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग और पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। जिल्हा शल्य चिकित्सक कार्यालय ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। वहीं, पुलिस ने भी शिकायत प्राप्त होने की पुष्टि की है।

किडनी तस्करी की आशंका

शिकायत में यह भी आशंका जताई गई है कि किडनी निकालने के पीछे तस्करी का रैकेट हो सकता है। इस मामले ने जिले में स्वास्थ्य सेवाओं पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।

स्थानीय संवाददाता ई खबर मीडिया की रिपोर्ट

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