गांव ढकपुरा मीरापुर (थाना मुजरिया, जिला बदायूं, उत्तर प्रदेश)।
थाना मुजरिया क्षेत्र के गांव ढकपुरा मीरापुर में एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को झकझोर दिया। गांव की युवती की इलाज के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतका की पहचान रेनू उर्फ ओम कुमारी, पुत्री किशनलाल, निवासी ढकपुरा मीरापुर, जिला बदायूं (पिन कोड 243638) के रूप में हुई है।
रेनू, बीनू यादव की बहन बताई जा रही हैं। परिजनों के अनुसार, घटना 9 अक्टूबर 2025 की शाम करीब 6 बजे की है। रेनू को सिरदर्द और हल्का बुखार था। वह गांव के ही एक झोलाछाप डॉक्टर के पास दवा लेने गईं। डॉक्टर ने बिना जांच किए इंजेक्शन लगा दिया।
परिजनों ने बताया कि इंजेक्शन लगने के लगभग पाँच मिनट बाद ही रेनू की हालत बिगड़ गई, और देखते ही देखते उसकी डॉक्टर की दुकान पर ही मौत हो गई। मौत होते ही आरोपी डॉक्टर मौके से फरार हो गया।
घटना की सूचना परिजनों ने तुरंत 112 नंबर पर दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुँची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
मृतका के पिता किशनलाल पुत्र मिहीलाल, निवासी ढकपुरा मीरापुर, थाना मुजरिया, जिला बदायूं ने बताया —
“मेरी बेटी को बस हल्का बुखार था। गांव के डॉक्टर ने इंजेक्शन लगाया और कुछ ही मिनट में उसकी जान चली गई। डॉक्टर मौके से भाग गया। हमें इंसाफ चाहिए।”
परिवार ने 10 अक्टूबर 2025 को रेनू का अंतिम संस्कार किया, और 11 अक्टूबर को थाना मुजरिया पहुँचकर आरोपी डॉक्टर के खिलाफ तहरीर दी।
थाना प्रभारी मुजरिया ने बताया —
“मामले की जांच चल रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। आरोपी डॉक्टर की तलाश जारी है।”
गांव में इस घटना के बाद भारी आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में कई झोलाछाप डॉक्टर बिना लाइसेंस इलाज कर रहे हैं, जिससे लोगों की जान खतरे में है। ग्रामीणों ने प्रशासन से फर्जी क्लीनिकों पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।