कैमूर, बिहार। चोलामंडलम फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों द्वारा एक अनुसूचित जाति (SC) के व्यक्ति से ट्रैक्टर की धोखे से वसूली और अवैध बिक्री का गंभीर मामला सामने आया है। पीड़ित संजय राम, ग्राम मसही थाना भगवानपुर, जिला कैमूर, ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है।
संजय राम ने चोलामंडलम फाइनेंस से 8 लाख रुपये का लोन लेकर ट्रैक्टर खरीदा था और नियमित किश्तें फील्ड ऑफिसर अंकित तिवारी, रविरंजन तिवारी और स्वयं को ब्रांच मैनेजर बताने वाले अजय चौबे को देते रहे। 4 लाख से अधिक की राशि जमा हो चुकी थी, लेकिन दिनांक 20 दिसंबर 2023 को 26,200 रुपये वसूलने के बाद इन तीनों ने 26 दिसंबर को ट्रैक्टर जबरन कब्जा कर लिया और बिना संजय राम की जानकारी के उसे बेच दिया।
जब पीड़ित ने मोहनिया ब्रांच में पता किया, तो खुलासा हुआ कि कुछ किश्तें उनके खाते में जमा ही नहीं की गईं और ना ही किसी प्रकार का नोटिस दिया गया। पीड़ित का आरोप है कि यह गिरोह खासकर SC समुदाय के लोगों को निशाना बनाकर लूटपाट करता है। संजय राम ने SC/ST थाना, SP, कोर्ट, और बिहार लोक शिकायत में शिकायत दी, लेकिन कोई राहत नहीं मिली। अब उन्होंने मीडिया के ज़रिए न्याय की गुहार लगाई है।
गरीब दलित महिला को घर नहीं, अफवाहों के आधार पर प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित किया गया
कैमूर, बिहार। ग्राम दहार की लिलम कुमारी, जो एक गरीब अनुसूचित जाति (चमार) महिला हैं, ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर आवास योजना के तहत घर देने की मांग की है। उन्होंने बताया कि उनके पास ना जमीन है, ना मकान, और वह मजदूरी कर जीवन बसर करती हैं।
उन्होंने पीएम आवास योजना के लिए आवेदन दिया था, परंतु जांच के समय वे मजदूरी के लिए बाहर थीं। जांचकर्ता ने गांववालों से पूछताछ कर गलत जानकारी एकत्र की कि लिलम के नाम ट्रैक्टर है, जो पूरी तरह गलत है। इसी आधार पर उन्हें योजना से बाहर कर दिया गया।
लिलम कुमारी ने प्रशासन से पुनः जांच की मांग की है ताकि सही जानकारी सामने आ सके और उन्हें उनका हक मिल सके। न्याय न मिलने पर उन्होंने भी अब मीडिया से उम्मीद लगाई है।
छेदीराम ने बताया क्या है पूरा मामला
कर्ज चुकाने के बाद भी जबरन ट्रैक्टर छीनकर बेचा, SC/ST परिवार ने प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति से लगाई न्याय की गुहार
छेदी राम, अधौरा थाना क्षेत्र के दहार गांव निवासी एक गरीब अनुसूचित जाति परिवार के सदस्य ने मीडिया को बताया कि ट्रैक्टर की किश्तें चुकाने के बावजूद चोलामंडलम फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों द्वारा उनका ट्रैक्टर जबरन छीनकर किसी अन्य को बेच दिया गया। यह पूरी घटना उनके परिजन संजय राम, निवासी मसही, थाना भगवानपुर, जिला कैमूर के साथ घटी।
छेदी राम ने बताया कि संजय राम ने चोलामंडलम फाइनेंस कंपनी से 8 लाख रुपये का लोन लेकर ट्रैक्टर खरीदा था, जिसकी लगभग 4 लाख रुपये की किश्तें पहले ही जमा की जा चुकी थीं। कंपनी के फील्ड ऑफिसर अंकित तिवारी, रविरंजन तिवारी और कथित ब्रांच मैनेजर अजय चौबे नियमित रूप से किश्त की राशि वसूलते थे। 20 दिसंबर 2023 को उन्होंने 26,200 रुपये नकद लिए, लेकिन 26 दिसंबर को जबरन ट्रैक्टर छीनकर ले गए और बिना संजय राम की सहमति के उसे किसी और को बेच दिया।
छेदी राम ने आरोप लगाया कि इन तीनों ने पहले भी अनुसूचित जाति के कई लोगों के साथ इसी तरह की धोखाधड़ी की है। ट्रैक्टर की किश्तों की राशि बैंक में जमा नहीं की गई और न ही कोई नोटिस जारी किया गया। ट्रैक्टर लोन से संबंधित दस्तावेज भी परिवार को नहीं दिए गए।
छेदी राम ने बताया कि इस मामले में स्थानीय पुलिस, एसपी, SC/ST थाना और यहां तक कि कोर्ट तक गुहार लगाई गई, लेकिन अब तक कोई न्याय नहीं मिला। निराश होकर उन्होंने अब प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से पत्र लिखकर न्याय की मांग की है।
छेदी राम ने मीडिया के माध्यम से अपील की है कि चोलामंडलम फाइनेंस कंपनी के दोषी कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाए।
पीड़ितों की एक ही मांग है — इंसाफ। जब कानून और सिस्टम साथ न दें, तब मीडिया ही आखिरी उम्मीद बनती है।
ई खबर की टीम इन दोनों पीड़ितों की आवाज सरकार तक पहुँचाने का प्रयास करेगी।