समस्तीपुर ज़िले के वारिसनगर थाना क्षेत्र में दबंगई और राजनीतिक प्रभाव का ऐसा खौफनाक चेहरा सामने आया है, जिसने ग्रामीणों को दहशत में जीने पर मजबूर कर दिया है। मामला ग्राम चन्दौली वार्ड संख्या–08 का है, जहाँ 70 वर्षीय बुजुर्ग जवाहर राय पर हाल ही में जानलेवा हमला हुआ।
कई बार पहले भी हुआ हमला
ग्रामीणों के मुताबिक, जवाहर राय के परिवार पर यह पहला हमला नहीं है। इससे पहले भी कई बार आरोपी लोग घर में घुसकर मारपीट कर चुके हैं। पीड़ित पक्ष ने थाना में कई आवेदन दिए, यहाँ तक कि समस्तीपुर आरक्षी अधीक्षक को भी डाक द्वारा शिकायत भेजी गई। बावजूद इसके, वारिसनगर थाना ने केस दर्ज करना ज़रूरी नहीं समझा।
07 सितम्बर की रात की वारदात
घटना 07/09/2025 की रात लगभग 10 बजे की है। आरोप है कि मुन्नी देवी और उनके सहयोगियों ने घर में घुसकर जवाहर राय को बेरहमी से पीटा। पीड़ित को घसीटते हुए मुन्नी देवी के घर ले जाया गया और वहाँ हाथ–पैर बाँधकर रॉड, खंती, भाला, कुदाल जैसे हथियारों से हमला किया गया। हमला इतना भयावह था कि बुजुर्ग बेहोश हो गए।
राजनीति की आड़ में दबंगई
जानकारी के अनुसार मुन्नी देवी लोकल पॉलिटिक्स में सक्रिय हैं। रायपुर पंचायत के वर्तमान सरपंच पति और उपविजेता सरपंच पति, दोनों वोट बैंक की राजनीति के लिए उनका खुला समर्थन करते हैं। स्थानीय नेताओं के दबाव के कारण पुलिस भी निष्पक्ष कार्रवाई करने से बच रही है। हैरानी की बात यह है कि इस घटना के बाद पीड़ित की जगह उन्हीं पर उल्टा मुकदमा दर्ज कर दिया गया।
पीड़ित परिवार पर खुली धमकी
जवाहर राय के तीन बेटे बाहर नौकरी करते हैं। इस स्थिति का फायदा उठाकर मुन्नी देवी बार–बार धमकी देती हैं कि उनके बेटों को फर्जी केस में फँसाकर नौकरी खत्म करा देंगी। यहाँ तक कि वह खुलेआम कहती हैं कि “जब तक जवाहर राय के घर से पाँच–छह लाश नहीं गिरेंगे, तब तक चैन से नहीं बैठेंगे।” ग्रामीण बताते हैं कि मुन्नी देवी के पास दर्जनों लठैत हैं और वह इनके सहारे पूरे इलाके में दहशत फैलाती रहती हैं।
ग्रामीणों में खौफ का माहौल
गाँव के लोग बताते हैं कि मुन्नी देवी का खौफ इतना गहरा है कि कोई भी उनके खिलाफ आवाज़ उठाने की हिम्मत नहीं करता। जो भी बोलता है, उस पर झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया जाता है या फिर उनके गुंडे पीट देते हैं। पूरे पंचायत और क्षेत्र में उनकी दबंगई का असर साफ दिखता है।
न्याय की गुहार
पीड़ित परिवार अब न्याय के लिए उच्च अधिकारियों की ओर देख रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई नहीं की तो कभी भी बड़ी वारदात हो सकती है।