जबलपुर के किसान ने खेती में लगाया ऐसा दिमाग! इस बीज से सलाना हो रही इतने लाख की कमाई

Date:

मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक किसान ने 5 एकड़ की खेती में ऐसा दिमाग लगाया कि तीन महीने में ही लाखों की कमाई होने लगी. किसान ने पारंपरिक खेती को छोड़कर आधुनिक खेती की शुरुआत की. साथ ही उन्होंने सैकड़ों किसानों की भी किस्मत चमका दी.
आज के दौर में युवा किसान पारंपरिक खेती को छोड़कर आधुनिक खेती की ओर रुख कर रहे हैं. वो धान, गेहूं की बजाय अलग-अलग तकनीक से सब्जी, फल, फुल आदि की खेती कर रहे हैं, ताकि उन्हें कम बजट में अधिक मुनाफा मिल सके. ऐसे ही एमपी के जबलपुर के एक किसान ने जिले में क्रांति ला दी है. साथ ही वो 5 एकड़ में सलाना 10 लाख रुपये तक इनकम कर रहे हैं.

3 महीने में 2.5 लाख का मुनाफा
जबलपुर के पाटन तहसील के मादा गांव में के किसान कैलाश यादव ने मेक्सिको के चिया सीड्स की खेती कर रहे हैं. 5 एकड़ में चिया सीड्स खेती कर वो 10,00000 लाख रुपये मुनाफा कमा कर रहे हैं. दरअसल, चिया सीड्स की प्रति क्विंटल 19,000 रुपये तक दाम मिल रहा है. कैलाश यादव को तीन महीने में यह फसल मिल जाती है. वहीं एक बार फसल लगाने पर इन्हें 2.5 लाख रुपये का मुनाफा होता है. बता दें कि कैलाश यादव चिया सीड्स की खेती जैविक रूप से कर रहे हैं.

5 एकड़ में चिया सीड्स की खेती
जैविक खेती को अपनाते हुए अपने 5 एकड़ खेत को पूरी तरह जैविक बनाया और पिछले चार साल पहले उन्होंने चिया सीड्स की खेती शुरू की. कैलाश यादव की इस पहल से न सिर्फ उनकी जिंदगी बदली, बल्कि जिले के 100 से अधिक किसानों को भी इस दिशा में प्रेरित किया. बता दें कि जिले के करीब 100 किसान 150 एकड़ जमीन पर चिया सीड्स की खेती कर रहे हैं.
पोषक तत्वों से भरपूर होता है चिया सीड्स
दरअसल, चिया सीड्स को ‘सुपरफूड’ के रूप में जाना जाता है. जिसमें प्रोटीन, ओमेगा-3 फैटी एसिड और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं. इसके नियमित सेवन से वजन नियंत्रण, हृदय स्वास्थ्य और पाचन सुधार जैसे अनेक लाभ मिलते हैं.

उपसंचालक एसके निगम बताते हैं कि जैविक खेती न केवल किसानों की आमदनी बढ़ा रही है, बल्कि पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर साबित हो रही है.

कड़ी मेहनत के बाद आज कमा रहे लाखों का मुनाफा
इधर, कैलाश यादव बताते हैं कि जैविक खेती की राह आसान नहीं थी, लेकिन मेहनत और सरकारी मार्गदर्शन ने हमें इस मुकाम तक पहुंचाया. अब हम न केवल अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दे रहे हैं.

कृषि अधिकारी इंद्रा त्रिपाठी कहते हैं कि जैविक खेती से मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है और फसल की गुणवत्ता भी बेहतर होती है. किसानों का यह प्रयास अन्य जिलों के लिए प्रेरणा है.

किसानों के लिए बने प्रेरणा
उपसंचालक कृषि एस के निगम का कहना है कि चिया सीड्स के उत्पादन से एक नई राह खुली है. आत्मा परियोजना के अंतर्गत चिया के सीट्स दिए गए थे, जो पहले एक एकड़ में लगाए गए और उत्पादन को देखते हुए अब 5 एकड़ में अच्छी फसल उगाई जा रही है. आगामी वर्षों में कई अन्य किस भी चिया सीड्स का उत्पादन करेंगे. जिला प्रशासन भी पूरी मदद करेगा.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_imgspot_img

Popular

More like this
Related