गया/परैया।
गया जिले के परैया थाना क्षेत्र अंतर्गत बाम कष्ठा गांव में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक महिला और उसके मासूम बच्चों को गांव के ही 16 से अधिक लोगों ने मिलकर बेरहमी से पीटा। मारपीट इस कदर हुई कि एक बच्चा मौके पर ही बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा। पीड़िता ने परैया थाना में लिखित शिकायत देकर सभी आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
पीड़िता जी बेबी देवी, उम्र करीब 40 वर्ष, पति दिलीप दास, निवासी बाम कष्ठा, परैया, गया ने बताया कि 25 मई को शाम लगभग 6:30 बजे उनका 5 वर्षीय बेटा सत्यम कुमार घर के बाहर खेल रहा था। इसी दौरान गांव के ही विक्रम कुमार और प्रिंस कुमार (पिता मनोज दास) ने उसे अकेले में ले जाकर बुरी तरह मारा-पीटा। बच्चा रोते हुए घर पहुंचा और घटना की जानकारी दी।
जब मां जी बेबी देवी आरोपियों के घर समझाने गईं, तो मामला और बिगड़ गया। विक्रम और प्रिंस के परिजन और रिश्तेदारों सहित कुल 16 से अधिक लोग एकजुट होकर गालियां देने लगे और देखते ही देखते हाथ में लाठी, डंडा, ईंट-पत्थर लेकर जानलेवा हमला बोल दिया।
पीड़िता का आरोप है कि ललीता देवी (पति स्व. राजेन्द्र रविदास), अशांति देवी (पति मनोज रविदास), इंद्रदेव रविदास, उनकी पत्नी मालती देवी, रंजीत रविदास, संजित रविदास, अमित रविदास (तीनों पुत्र इंद्रदेव रविदास), मिना देवी (सांझल गैजाई), अरविंद रविदास, डिपुल रविदास (पुत्र राजदेव रविदास), बेधी देवी, मनोज रविदास (पुत्र ललीता देवी), अंजली कुमारी (पुत्री गनीज रविदास) सहित कुल 16 से अधिक लोगों ने मिलकर घर में घुसकर पीड़िता को पीटा।
हमले की विभीषिका तब और बढ़ गई जब पीड़िता की बेटियां – संध्या कुमारी, शीतल कुमारी और सोनाक्षी कुमारी – मां को बचाने आईं। आरोपियों ने उनके साथ भी छेड़छाड़ और मारपीट की। जब पीड़िता का बड़ा बेटा सागर कुमार मां-बहनों को बचाने आया तो उसे इतनी बेरहमी से मारा गया कि वह मौके पर ही बेहोश होकर गिर पड़ा।
घटना के बाद सभी आरोपी जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। पीड़िता के मुताबिक, पति पटना में मजदूरी करते हैं और घर में वह बच्चों के साथ अकेली रहती हैं। आरोपियों ने इसी का फायदा उठाकर हमला किया।
घटना की सूचना मिलते ही पीड़िता ने डायल 112 पर कॉल किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायल जी बेबी देवी और उनके बच्चों को परैया स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार किया गया।
पीड़िता ने परैया थाना में लिखित आवेदन देकर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है। इस घटना ने पूरे गांव में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो स्थिति और बिगड़ सकती है।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी ने बताया कि सभी आरोपियों की पहचान कर ली गई है, जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी। पीड़ित परिवार फिलहाल डरा-सहमा हुआ है और प्रशासन से सुरक्षा की मांग कर रहा है।
स्थानीय संवाददाता ई खबर मीडिया की रिपोर्ट”