किन्नौर (हिमाचल)/दिल्ली/सुर्खेत (नेपाल)।
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में मजदूरी करने वाले प्रेम कुमार ने मीडिया को बताया कि उनकी भाभी दीपा छेत्री रोकाय, नेपाल के जिला सुर्खेत, ग्राम सहारे-1 की निवासी हैं। वह 8 जून को नेपाल से दिल्ली आई हैं और अब दिल्ली से कुवैत जाने की तैयारी में हैं। दीपा छेत्री तीन छोटे बच्चों की मां हैं, जिन्हें वह नेपाल स्थित अपने गांव में छोड़कर अकेले ही कुवैत कमाने के उद्देश्य से निकल चुकी हैं।
परिजनों जोगी हिमाचल में रहते हैं को यह चिंता सता रही है कि दीपा किसी एजेंट या दलाल के माध्यम से विदेश जा रही हैं और यदि समय रहते उसे नहीं रोका गया तो वह किसी मानव तस्करी या शोषण का शिकार हो सकती हैं। प्रेम कुमार ने बताया कि उनकी भाभी पारिवारिक विवाद के बाद नाराज होकर मायके चली गई थीं। कुछ दिन बाद अचानक पता चला कि वह दिल्ली में हैं और कुवैत जाने की प्रक्रिया में जुटी हैं।
परिवार ने बताया कि दीपा के पास नेपाल सरकार द्वारा जारी नागरिकता प्रमाणपत्र है, जो जिला प्रशासन कार्यालय, सुर्खेत द्वारा जारी किया गया है।
नाम: दीपा रोकाया
पति:- छविलाल रोकाय
पिता का नाम: रत्नबहादुर रोकाया
माता का नाम: भुमिसरा रोकाया
जन्मस्थान व स्थायी पता: सहारे-1, सुर्खेत, नेपाल
नागरिकता संख्या: 641046
परिजनों ने बताया कि पार्वती कभी-कभी गुस्से में ऐसे कदम उठाती हैं। पहले भी वह बिना बताए घर छोड़ चुकी हैं, लेकिन इस बार मामला गंभीर है क्योंकि इस बार वह विदेश जाने की तैयारी में है और पीछे उसके तीन मासूम बच्चे हैं, जिनकी देखभाल अब कोई नहीं कर रहा।
परिजनों की गुहार – दिल्ली से कुवैत जाने से रोका जाए
प्रेम कुमार ने प्रशासन, दिल्ली पुलिस और मानवाधिकार संगठनों से अपील की है कि पार्वती को तत्काल रोका जाए और बच्चों की खातिर नेपाल वापस भेजा जाए। उन्होंने कहा कि वह किसी से छिप नहीं रही हैं, दिल्ली में हैं और एजेंट के जरिए कागजी कार्यवाही करवा रही हैं। यदि अब भी समय रहते नहीं रोका गया तो बाद में कुछ भी कर पाना मुश्किल हो जाएगा।
अगर किसी को मिले जानकारी, तुरंत इस नंबर पर करें संपर्क
परिजनों ने लोगों से अपील की है कि यदि किसी को दीपा रोकाया की जानकारी मिले – खासकर दिल्ली एयरपोर्ट, ट्रैवल एजेंसी, या नेपाली समुदाय में – तो तत्काल सूचना दें ताकि उन्हें रोका जा सके और मासूम बच्चों को उनकी मां वापस मिल सके।
संपर्क: प्रेम कुमार (किन्नौर, हिमाचल) – 78073 90592
परिवार की यह भी मांग है कि ऐसे एजेंटों और दलालों की जांच हो जो भोली-भाली महिलाओं को विदेश भेजने के नाम पर जोखिम में डाल रहे हैं।
स्थानीय संवाददाता ई खबर मीडिया की रिपोर्ट