भिवाड़ी, 30 जून 2025
मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले के लिधोरा गांव से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है, जहां एक पिता ने अपनी बेटी की हत्या का आरोप उसके ही पति और ससुराल वालों पर लगाया है। मृतका आशा के पिता ज्ञानसिंह ने रोते हुए बताया कि उनकी बेटी की हत्या एक सोची-समझी साजिश के तहत की गई और सबूत मिटाने के इरादे से उसका शव पास के कुंड में फेंक दिया गया।
शादी के बाद से ही था उत्पीड़न का सिलसिला
वर्ष 2016 में आशा की शादी भवआपुरा निवासी मुकेश (पुत्र हरनारायण) से बड़ी उम्मीदों के साथ की गई थी, लेकिन शादी के कुछ ही महीनों में हालात बदल गए। पिता ज्ञानसिंह के अनुसार, आशा को दहेज और घरेलू विवादों को लेकर प्रताड़ित किया जाने लगा। आशा और मुकेश फिलहाल भिवाड़ी के जैरोली थाना क्षेत्र के ग्राम मुसेपुर में किराए के मकान में रहते थे। लेकिन हाल ही में मुकेश उसे गांव भवआपुरा ले गया, जहां से 28 जून को वापस मुसेपुर भेजा गया—और यहीं से शुरू होती है इस खौफनाक साजिश की असली कहानी।
आशा ने खुद जताई थी हत्या की आशंका
ज्ञानसिंह के अनुसार, 28 जून की रात लगभग 9 बजे आशा ने फोन कर बताया कि उसका पति मुकेश और गांव का युवक मंगल आपस में झगड़ रहे हैं और कोई गहरी साजिश रच रहे हैं। फोन पर आशा ने घबराहट भरे स्वर में कहा, “पापा, मुझे लग रहा है ये लोग मुझे जान से मार देंगे… कुछ बहुत गलत होने वाला है…”।
सुबह मिली डरावनी खबर—”तेरी लड़की नहीं मिल रही है”
इसके चंद घंटे बाद, 29 जून की सुबह 4:30 बजे ज्ञानसिंह को मुकेश का फोन आया, जिसमें सिर्फ इतना कहा गया—”तेरी लड़की नहीं मिल रही है।” घबराए हुए पिता जब मौके पर पहुंचे, तो देखा कि गांव के पास स्थित कुंड से आशा का शव बरामद हुआ है। शरीर पर खरोंच और चोट के निशान इस ओर इशारा कर रहे थे कि उसकी निर्मम हत्या कर शव को ठिकाने लगाने की कोशिश की गई है।
पूरे ससुराल पक्ष पर हत्या की साजिश का आरोप
पिता ज्ञानसिंह का दावा है कि इस हत्या में अकेला मुकेश नहीं बल्कि उसके माता-पिता, भाई गंभीर और मंगल नामक युवक भी शामिल हैं। सभी ने मिलकर एक गहरी साजिश रची और उसकी बेटी को बेरहमी से मार डाला।
न्याय की गुहार—”मेरी बेटी को मार डाला, अब इंसाफ दिलाओ”
थाना जैरोली में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे पिता ने भावुक होकर कहा
“मेरी बेटी को सिर्फ इसलिए मार दिया गया क्योंकि वह उनकी मर्जी के खिलाफ आवाज उठाने लगी थी। हम मीडिया के माध्यम से प्रशासन और माननीय मुख्यमंत्री से हाथ जोड़कर अपील करते हैं कि मेरी बेटी को इंसाफ दिलाएं और दोषियों को फांसी की सजा दी जाए।”