शहडोल, मध्य प्रदेश। थाना पौंध में पदस्थ एएसआई एहसान खान पर गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप है कि उन्होंने एक युवक के साथ न केवल जानलेवा मारपीट की, बल्कि जातिगत अपमान भी किया और झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेजने की धमकी दी। पीड़ित ने इस संबंध में पुलिस महानिदेशक भोपाल को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है।
क्या है पूरा मामला?
शिकायतकर्ता रामदीन कोल (38 वर्ष), निवासी जमुनी (बड़का टोला), थाना पौंध, जिला शहडोल, ने बताया कि उनका चचेरा भाई विनोद कोल पारिवारिक विवाद को लेकर पुलिस थाना पौंध में 12 जुलाई 2022 को शिकायत दर्ज कराने गया था। पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने पर उसने 31 जुलाई 2022 को मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में भी शिकायत की। बावजूद इसके, कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इसके बाद, 3 अगस्त 2022 को विनोद कोल ने पुलिस थाना पौंध के प्रभारी के खिलाफ शिकायत की थी।
दुर्गा चबूतरे पर पुलिस ने किया हमला
रामदीन कोल के अनुसार, 3 अगस्त 2022 की शाम वह गांव के अन्य लोगों के साथ दुर्गा चबूतरे के पास बैठा था। तभी थाना प्रभारी जे.पी. शर्मा और एएसआई एहसान खान थाने की सरकारी बुलेरो गाड़ी से वहां पहुंचे। गाड़ी से उतरते ही एएसआई एहसान खान ने उसे पकड़ लिया और गाली-गलौज करने लगे।
पीड़ित के बयान के अनुसार:
“एएसआई एहसान खान ने कॉलर पकड़कर मुझे नीचे पटक दिया और कहा कि तू अपने भाई विनोद कोल से पुलिस की शिकायतें करवा रहा है। जब मैंने मना किया तो उन्होंने गले में तौलिया फंसाकर खींचा और लात-घूंसों से मारने लगे। जब मैंने पूछा कि मुझे क्यों मारा जा रहा है, तो उन्होंने जातिसूचक गालियां दीं और कहा कि अगर शिकायत वापस नहीं ली तो तुझे झूठे केस में फंसा दूंगा और तेरी जिंदगी बर्बाद कर दूंगा।”
जातिगत अपमान और झूठे केस में फंसाने की धमकी
पीड़ित ने आरोप लगाया कि एएसआई एहसान खान ने उसे जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया और धमकी दी कि यदि उसने अपने भाई विनोद कोल से शिकायत वापस नहीं करवाई तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
पीड़ित रामदीन कोल का कहना है कि इस घटना के बाद से वह और उसका परिवार दहशत में हैं। उन्होंने पुलिस महानिदेशक से मामले की निष्पक्ष जांच कराकर एएसआई एहसान खान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
शिकायत के बाद अब पुलिस विभाग पर सवाल उठने लगे हैं। क्या इस मामले में निष्पक्ष जांच होगी या फिर शिकायतकर्ता को ही प्रताड़ित किया जाएगा?
अब देखना होगा कि क्या पुलिस प्रशासन इस गंभीर मामले को संज्ञान में लेगा या फिर इस पर पर्दा डालने की कोशिश की जाएगी।
स्थानीय संवाददाता ईखबर मीडिया की रिपोर्ट