बठिंडा, 17 मार्च: बठिंडा के बहमन दीवाना रोड स्थित विश्वास कॉलोनी में 29 जनवरी को हुए हमले के मामले में थाना कैनाल कॉलोनी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस जानबूझकर आरोपियों की गिरफ्तारी में देरी कर रही है, जिससे परिवार में रोष है।
क्या है पूरा मामला?
विश्वास कॉलोनी निवासी कैलाश शर्मा ने बताया कि उनका बेटा राजेश कुमार अपने ही घर में हमले का शिकार हुआ। कैलाश शर्मा और सर्वेश कुमार उर्फ सतपाल एक साथ कबाड़ का कारोबार करते थे। कैलाश शर्मा ने सर्वेश कुमार को काम के लिए साढ़े तीन लाख रुपये दिए थे, लेकिन जब उन्होंने पैसे वापस मांगे तो सर्वेश कुमार ने उमाशंकर, खजानचंद, अवतार सिंह, बिट्टू फर्स्ट, बिट्टू सेकंड, कमल कांत और अन्य साथियों के साथ मिलकर राजेश कुमार पर हमला कर दिया।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप
पीड़ित परिवार के अनुसार, थाना कैनाल कॉलोनी पुलिस ने सिर्फ दो आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की, जबकि अन्य को अज्ञात बताते हुए मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया। कैलाश शर्मा का कहना है कि वह रोजाना थाने के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन पुलिस सिर्फ दिलासा देकर लौटा देती है।
उन्होंने थाना प्रभारी जसवंत सिंह को भी पूरे मामले से अवगत कराया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
धरने की चेतावनी
पीड़ित परिवार ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वे थाना कैनाल कॉलोनी के बाहर धरना देंगे।
उन्होंने जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से मांग की है कि इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप कर दोषियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए।