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छत पर खेलते समय हाई टेंशन तार की चपेट में आए दो मासूम, एक की मौत – दिल्ली के निहाल विहार की दर्दनाक घटना

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नई दिल्ली (निहाल विहार)। राजधानी दिल्ली के निहाल विहार इलाके से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। बुधवार शाम को घर की छत पर खेलते समय दो मासूम बच्चे हाई टेंशन तार की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गए। इनमें से एक 10 वर्षीय सूर्यान्श की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि दूसरा बच्चा 8 वर्षीय ऋतिक सफदरजंग अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। यह हादसा लोगों को झकझोर देने वाला है।

खेलते समय हुई चिंगारी, चीख सुन दौड़े लोग
यह हादसा 11 जून की शाम लगभग सवा छह बजे का है, जब लक्ष्मी पार्क, नांगलोई स्थित सैनी कॉलोनी के एक मकान की छत पर सूर्यान्श और ऋतिक खेल रहे थे। अचानक ऊपर से गुज़र रहे हाई टेंशन तारों में शॉर्ट सर्किट हुआ और दोनों बच्चे बुरी तरह झुलस गए। चीख-पुकार सुनकर पड़ोसी दौड़े और आनन-फानन में दोनों बच्चों को संजय गांधी अस्पताल ले जाया गया।

इलाज के दौरान हुई सूर्यान्श की मौत
पुलिस द्वारा दर्ज की गई जीडी प्रविष्टियों के अनुसार, सूर्यान्श पिता प्रदीप, निवासी नांगला खंडेरा, भरथा, इटावा (उ.प्र.), और ऋतिक पुत्र मनोज कुमार, निवासी लक्ष्मी पार्क, नांगलोई – दोनों को प्राथमिक इलाज के बाद गंभीर हालत में उच्च केंद्रों के लिए रेफर किया गया। सूर्यान्श को आरएमएल अस्पताल ले जाया गया, जहां 11 जून की रात 10:30 बजे डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं ऋतिक की हालत गंभीर बनी हुई है और वह सफदरजंग अस्पताल में भर्ती है।

मौके पर नहीं मिला कोई चश्मदीद, क्राइम टीम ने की जांच
ASI अरोगियम द्वारा की गई जांच के मुताबिक, हादसे के समय मौके पर कोई प्रत्यक्षदर्शी नहीं मिला। पुलिस ने क्राइम टीम को बुलाकर घटना स्थल का निरीक्षण कराया। SOC संख्या 3311/25 के अंतर्गत मौके की जांच की गई। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि दोनों बच्चे छत पर खेलते समय हाई टेंशन तार की चपेट में आकर झुलसे हैं।

धारा 106(1)/125(a) बीएनएस के तहत दर्ज हुआ मामला
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे आपराधिक लापरवाही मानते हुए भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 106(1) और 125(a) के तहत एफआईआर संख्या 425/25 दर्ज की है। मामले की जांच जारी है और अधिकारियों ने कहा है कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बच्चों की मासूमियत और सिस्टम की लापरवाही पर सवाल
यह हादसा न केवल परिवारों को झकझोर गया, बल्कि बिजली विभाग और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। एक रिहायशी इलाके में खुले में हाई टेंशन तारों का गुजरना और उनकी नियमित जांच का अभाव, आखिर कब तक मासूमों की जान लेता रहेगा?

क्या कोई जिम्मेदार पकड़ा जाएगा?
फिलहाल पुलिस जांच कर रही है कि यह हादसा किसकी लापरवाही से हुआ – बिजली विभाग की, मकान मालिक की या फिर किसी और की। लेकिन सवाल यही है कि इस दर्दनाक मौत का जिम्मेदार कौन है? मासूम सूर्यान्श तो अब कभी लौटेगा नहीं, पर क्या ऋतिक की जिंदगी बच पाएगी और क्या भविष्य में ऐसे हादसे रोके जा सकेंगे?

परिजन सदमे में, इलाके में मातम का माहौल
सूर्यान्श की मौत से उसके परिजन बदहवास हैं, वहीं ऋतिक के माता-पिता अस्पताल के बाहर बेटे की सलामती की दुआ कर रहे हैं। सैनी कॉलोनी में सन्नाटा पसरा हुआ है और स्थानीय लोगों में गुस्सा है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इलाके में खुले तारों को तुरंत हटाया जाए और जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।

ई खबर मीडिया की विशेष रिपोर्ट

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