बेतिया, बिहार – 03 मार्च 2025 कोदोपहर 1 बजे के करीब बेतिया जिले के लखौरा बेरगिया गाँव (पंचायत धनकटुवा , थाना बल्थर) में भीषण आग लग गई, जिससे भारी नुकसान हुआ।
पीड़िता जिनके घर जलकर राख हो गया उनका नाम तमन्ना खातून जिनके पिता का नाम शेख समसुल
प्राप्त जानकारी के अनुसार, जब घर में कोई मौजूद नहीं था, तभी अचानक आग भड़क उठी। जब तक ग्रामीणों को इसकी सूचना मिली और वे आग पर काबू पाने पहुंचे, तब तक पूरा घर जलकर राख हो चुका था। इस आग में करीब 3 लाख रुपये नकद, 1.5 लाख रुपये के गहने, घरेलू सामान और राशन पूरी तरह जलकर नष्ट हो गया।
आग लगने का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। पीड़ित परिवार का कहना है कि इस हादसे ने उन्हें पूरी तरह बेघर कर दिया है। स्थानीय प्रशासन को सूचना दे दी गई है, लेकिन अब तक कोई सहायता नहीं मिली है।
क्या है पूरा मामला
बेतिया में भीषण आग से परिवार हुआ बेघर, लाखों की संपत्ति जलकर राख
बेतिया, बिहार – बेतिया जिले के लखौरा बेरगिया गाँव वार्ड नंबर 3 (पंचायत धनकटुवा, थाना बल्थर) में 03 मार्च 2025 को दोपहर करीब 1 बजे एक भीषण आग लगने से लाखों की संपत्ति जलकर राख हो गई। इस अग्निकांड में तमन्ना खातून, जिनके पिता का नाम शेख समसुल है, का पूरा घर खाक हो गया।
आग की लपटों में तबाह हुआ पूरा घर
घटना के समय घर में कोई मौजूद नहीं था, लेकिन अचानक आग भड़क उठी। जब तक ग्रामीणों को इसकी सूचना मिली और वे दौड़कर मौके पर पहुंचे, तब तक सबकुछ जलकर राख हो चुका था। लोगों ने अपनी जान की बाजी लगाकर आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
3 लाख नकद और 1.5 लाख के गहने खाक
इस आग में करीब 3 लाख रुपये नकद, 1.5 लाख रुपये के गहने, कीमती घरेलू सामान और महीनों का राशन जलकर पूरी तरह नष्ट हो गया। पीड़ित परिवार के पास अब सिर्फ तन पर पहने कपड़े ही बचे हैं। तमन्ना खातून का कहना है कि यह हादसा उनके जीवन की सबसे बड़ी त्रासदी है, जिसने उन्हें सड़क पर ला खड़ा किया है।
अग्निकांड का कारण अब भी रहस्य, प्रशासन ने नहीं की मदद
आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल सहायता की मांग की है, लेकिन अब तक कोई मदद नहीं पहुंची है। पीड़ित परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही से गरीबों की जिंदगी और मुश्किल में पड़ रही है।
स्थानीय लोगों ने की मुआवजे की मांग
गाँव के लोगों ने सरकार से मांग की है कि पीड़ित परिवार को तत्काल राहत राशि दी जाए और आग लगने के कारणों की जांच की जाए। अगर जल्द कोई मदद नहीं मिली, तो ग्रामीण बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं।