अत्तवर गेट थाना क्षेत्र में परिवार से मारपीट, गाली-गलौच और तोड़फोड़ का मामला, पुलिस पर उठे सवाल
अजमेर (अत्तवर गेट)।
अजमेर के अत्तवर गेट थाना क्षेत्र में एक युवक द्वारा की गई गाली-गलौच, तोड़फोड़ और मानसिक प्रताड़ना की घटना ने नया मोड़ ले लिया है। पीड़ित परिवार की गर्भवती बेटी, जिसे आरोपी ने खुलेआम अपशब्द कहे और डराया-धमकाया, अब अस्पताल में भर्ती है। उसकी हालत को लेकर परिजन चिंतित हैं। वहीं, आरोपी मुकेश गुर्जर अब तक फरार है, और पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठने लगे हैं।
घटना का संक्षिप्त विवरण
शिकायत के अनुसार, आरोपी मुकेश गुर्जर ने ओम बना होटल के पास पीड़ित परिवार से पहले गाली-गलौच की, फिर घर आकर भी बदसलूकी की और वहां खड़ी गाड़ी में तोड़फोड़ की। पूरे घटनाक्रम का वीडियो आरोपी ने खुद बनाया और वायरल करने की धमकी दी। जब गर्भवती महिला ने हाथ जोड़कर आरोपी से शांति की अपील की, तो उसने उसे भी नहीं बख्शा और अभद्र भाषा का प्रयोग जारी रखा।
इस मानसिक आघात के चलते महिला की तबीयत बिगड़ गई, जिसे तत्काल अस्पताल ले जाना पड़ा, जहां वह अभी भी भर्ती है। डॉक्टरों के अनुसार, महिला को तनाव के कारण तेज ब्लड प्रेशर और बेचैनी की शिकायत हुई है।
प्रशासनिक लापरवाही पर उठे सवाल
घटना के बाद परिवार ने अत्तवर गेट थाने में लिखित शिकायत दी, लेकिन अब तक न तो कोई ठोस कार्रवाई हुई है और न ही आरोपी की गिरफ्तारी हो पाई है। पुलिस द्वारा पहले भी आरोपी को समझाइश दी गई थी, लेकिन उसने दोबारा उसी तरह का व्यवहार दोहराया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की धीमी कार्यप्रणाली के कारण आरोपी अब भी खुलेआम घूम रहा है, जिससे पीड़ित परिवार भय और तनाव में जी रहा है।
क्या कहती है पीड़ित पक्ष की मांग
पीड़ित परिवार ने प्रशासन से मांग की है कि आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी की जाए, महिला के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए उसे न्याय दिलाया जाए, और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर सख्त कार्रवाई की जाए।
निष्कर्ष:
इस मामले ने न केवल स्थानीय सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि यह भी दर्शाता है कि संवेदनशील मामलों में समय पर कार्रवाई न होने से पीड़ितों को किस हद तक शारीरिक और मानसिक नुकसान उठाना पड़ता है।