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मजदूर वर्ग के साथ ऑनलाइन ठगी — झाबुआ के दलित-आदिवासी परिवार से ठगों ने डिलीवरी के नाम पर वसूले पैसे, अब कर रहे हैं गुमराह

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गांव में आने का झांसा देकर लिया भुगतान, अब कह रहे हैं ‘गाड़ी खराब हो गई’ — गरीब मजदूरों से ठगी का नया मामला सामने आया

झाबुआ (मध्य प्रदेश)।
जिला झाबुआ की थांदला तहसील के गांव पालिया लालगढ़ से एक बड़ी ठगी का मामला सामने आया है।
दलित, बिछड़े और मजदूर वर्ग से जुड़े एक परिवार ने बताया कि उन्हें डिलीवरी और पेमेंट के नाम पर दो व्यक्तियों ने गुमराह कर ठगी की, और पैसे लेने के बाद अब वे फोन पर बहाने बना रहे हैं।

पीड़ित का कहना है कि वे आर्थिक रूप से बहुत कमजोर हैं और मजदूरी करके परिवार का पालन-पोषण करते हैं।
उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले उन्हें फोन आया — कॉल करने वाले ने कहा,

 “मैं तुम्हारे गांव में आ गया हूँ, जल्दी पेमेंट करो, तभी सामान की डिलीवरी होगी।”

गरीब परिवार ने भरोसा करके पेमेंट कर दिया। लेकिन उसके बाद उन दोनों व्यक्तियों ने बहाने बनाना शुरू कर दिए।
एक कहता है — “ऑफिस में फोन करो, गाड़ी खराब हो गई,”
तो दूसरा कहता है — “थोड़ा इंतज़ार करो, हम आ रहे हैं।”

लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी न तो कोई डिलीवरी हुई, न ही पैसे वापस मिले।

दलित-आदिवासी मजदूर वर्ग के साथ धोखाधड़ी

पीड़ित परिवार ने बताया कि वे दलित और बिछड़े वर्ग के मजदूर हैं, जो रोज़मर्रा की मेहनत से गुजर-बसर करते हैं।
ऐसे में इस तरह की ठगी ने उनके परिवार को आर्थिक और मानसिक दोनों रूप से तोड़ दिया है।

“हम गरीब लोग हैं, हमारे पास कोई सहारा नहीं। जो लोग पढ़े-लिखे और चालाक हैं, वही हम जैसे लोगों को बेवकूफ बनाकर पैसे ले जाते हैं,” — पीड़ित परिवार का कहना।

दो लोग शामिल — एक फोन पर, दूसरा “ऑफिस” के नाम पर करता रहा झांसा

शिकायतकर्ता ने बताया कि इस धोखाधड़ी में दो लोग शामिल हैं —
एक व्यक्ति फोन पर गांव में आने की बात कहकर पेमेंट करवाता है,
जबकि दूसरा व्यक्ति “ऑफिस में बात करो” कहकर बहाना बनाता है।

दोनों मिलकर गरीब मजदूरों को डिलीवरी और नौकरी जैसी योजनाओं का लालच देकर पैसे ठगते हैं।

“गाड़ी खराब हो गई” — यही है इन ठगों का पुराना हथकंडा

जांच करने पर सामने आया है कि ऐसे कई मामलों में ठग डिलीवरी या ट्रक के बहाने पैसे लेते हैं और फिर कहते हैं कि “गाड़ी रास्ते में खराब हो गई।”
इसी बहाने से वे डिलीवरी को टालते रहते हैं और पीड़ितों से संपर्क तोड़ देते हैं।

पीड़ितों की मांग — प्रशासन और मीडिया मदद करे

पीड़ित मजदूर ने कहा कि उन्होंने स्थानीय प्रशासन और मीडिया से मदद की अपील की है।

“हमने मेहनत की कमाई इन लोगों को दे दी। अब ये लोग फोन नहीं उठा रहे। हम चाहते हैं कि पुलिस इन पर कार्रवाई करे और हमारा पैसा हमें वापस दिलाए।”

पीड़ित ने कहा कि उन्होंने अपने मोबाइल नंबर (8905537626) से बार-बार संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन ठग अब कॉल नहीं उठा रहे हैं।

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