श्री राम शरणम संस्था के अध्यक्ष द्वारा जगह जगह पोस्टर और बैनर लगाए जा रहे हैं। यह पोस्टर और बैनर जनजागृति के लिए लगाये जा रहे हैं। सड़क सुरक्षा के नियम, अपराध, मादक पदार्थ जैसी चीजों के लिए हिदायत भरी बैनर जगह- जगह लगाये जा रहे हैं। गली, चौराहा, नुकड़, पुलिस स्टेशन आदि जगहों पे ये पोस्टर और बैनर लगाए जा रहे हैं। ऐसी संस्थाओं को सरकार समय-समय पर अनुदान देती है। ये अनुदान सरकार सभी धर्म-संस्थाओं जैसे गिरजाघर, गुरूद्वारा, मंदिर-मस्जिद, मदरसो में देती है। संस्था से जुड़े पानीपत के पवन बत्रा ने बताया, “मैं बीमार हूं। मुझे कीडनी का 4 स्टेज का कैंसर है। मेरी सांसे कभी भी थम सकती है। मेरे डॉ विश्वजीत मेरी आठवीं-नौवी कीमो थरेपी कर चुके हैं। डॉ विश्वजीत उजैन जेल के 2500 कैदी आजाद करवा चुके हैं।”
मेरा ये फर्ज है। एक अच्छा नागरिक होने का हमें कर्तव्य निभाना है। देश हमारा प्रेम है। धाम हमारा प्रेम । पूजा-पाठ उपासना है, प्रेम व्रत नहीं। जिस समाज में हम रह रहे हैं ना, हमें पुस्तके नहीं पढ़नी है। हमें प्रेट्कली करनी है। वहीं पिछले महिने पंजाबी गौरव संघ की आम सभा संध्या 4.00 बजे ओमप्रकाश मुंजाल द्वारा हनुमान चालीसा के पाठ से प्रारंभ हुई। पवन बत्रा ने अपने ऊपर लगे हुए सभी आरोपों को अनर्गल व झूठा करार दिया और एक-एक कर सभी का उत्तर दिया ।
पंजाबी गौरव संघ ने भूतपूर्व कार्यकारिणी के सदस्यों व प्रधान पवन तनेजा का इस्तीफा स्वीकार किया गया। सतीश विरमानी संस्थापक सदस्य पंजाबी गौरव संघ ने पवन बत्रा के संघ के प्रति किए गए कार्यों को अवगत करवाया। पवन बत्रा को प्रधान बनाने का प्रस्ताव भी रखा गया। जिसे सभी आदरणीय सदस्यो द्वारा एक मत और सर्वसम्मति से हाथ उठाकर स्वीकार कर लिया गया।
पवन बत्रा को अपनी कार्यकारिणी गठित करने का अधिकार प्रदान किया गया। तत्पश्चात प्रधान पवन बत्रा ने अपने अधिकार का प्रयोग करते हुए अशोक सहगल (पूर्व लेखाकार) को कोषाध्यक्ष और एस डी भाटिया (एडवोकेट) को सचिव पद का कार्यभार सौंपा। पवन बत्रा प्रधान द्वारा एक्जीक्यूटिव कमेटी के गठन में संघ परिवार के लिए कार्य करने वाले सदस्यो के नाम भी लिए गए। जिन्हें बाद में कार्य भार सौंपा जाएगा।