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भोपाल से रहस्यमय ढंग से गायब हुई महिला और दो मासूम बच्चे पति ने जताया अपहरण का शक

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भोपाल (संवाददाता)। राजधानी भोपाल के छोला मंदिर क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां राम मंदिर रोड निवासी कारपेंटर जितेंद्र विश्वकर्मा की पत्नी रामदुलारी (उम्र 31 वर्ष) अपने दो मासूम बच्चों के साथ बीते 20 जून को रहस्यमय तरीके से लापता हो गईं। परिवार ने इस पूरे घटनाक्रम को ‘पूर्व नियोजित अपहरण’ करार देते हुए गोपी गुजराती नामक एक व्यक्ति पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

परिजनों के अनुसार, घटना वाले दिन सुबह 9 बजे जितेंद्र काम के लिए घर से निकले थे। उसी समय पत्नी रामदुलारी ने उन्हें फोन कर बताया कि वह अपने मायके अशोकनगर बच्चों के साथ जा रही हैं। लेकिन जब शाम 5 बजे जितेंद्र घर लौटे और पत्नी को कॉल किया, तो उनका फोन स्विच ऑफ मिला।

अगले दिन 21 जून को जब जितेंद्र और उनके पिता रामसेवक विश्वकर्मा ने अशोकनगर समेत सभी परिचितों के यहां पूछताछ की, तो यह स्पष्ट हो गया कि महिला अपने मायके पहुंची ही नहीं। इसके बाद उन्होंने छोला मंदिर थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई।

पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप

जितेंद्र का आरोप है कि थाने में FIR दर्ज करवाने के बाद भी पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। “हमने बार-बार थाने में गुहार लगाई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मेरी पत्नी और दोनों बच्चे—देव (9 वर्ष) और देवयानी (7 वर्ष)—किस हाल में हैं, मुझे नहीं पता,” उन्होंने बताया।

शक की सुई ‘गोपी गुजराती’ पर

जितेंद्र ने शक जताया है कि इस गुमशुदगी के पीछे अयोध्या बायपास थाना क्षेत्र के पीछे रहने वाला गोपी गुजराती (पिता—भोला गुजराती) हो सकता है, जो पहले से संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त रहा है। “मुझे पूरा यकीन है कि मेरी पत्नी और बच्चों को उसी ने फुसलाकर ले जाया है,” जितेंद्र का कहना है।

थाने की चुप्पी पर उठे सवाल

स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह मामला पूरी तरह से ‘संदिग्ध गुमशुदगी’ का नहीं बल्कि ‘सोची-समझी साजिश’ का प्रतीत होता है। बावजूद इसके पुलिस की तरफ से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। थाने से सिर्फ यही जवाब आता है—”जांच चल रही है।”

मासूमों की जिंदगी खतरे में

देव और देवयानी जैसे मासूम बच्चों का इस तरह गायब हो जाना पूरे मोहल्ले को विचलित कर रहा है। परिवार वालों की हालत दयनीय हो चुकी है। जितेंद्र रोज बच्चों की तस्वीरें लेकर थाने और रिश्तेदारों के चक्कर काट रहे हैं।

अब सवाल यह है…
क्या छोला थाना पुलिस इस गुत्थी को सुलझा पाएगी?

क्या गोपी गुजराती की भूमिका की जांच होगी?

क्या महिला और दोनों मासूम बच्चों को सही-सलामत वापस लाया जा सकेगा?

फिलहाल भोपाल पुलिस की कार्यशैली पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।

विशेष रिपोर्ट | ईखबर टीम

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