Home National रात के सन्नाटे में घर में घुसे दबंग, महिला और उसकी तीन...

रात के सन्नाटे में घर में घुसे दबंग, महिला और उसकी तीन बेटियों को पीटा

0

चौकीदार पर केस वापसी का दबाव बनाने का आरोप, धमकी का ऑडियो भी वायरल

सुप्पी थाना क्षेत्र के हरपुर पिपरा गांव में सोमवार की देर रात दबंगों ने एक परिवार पर हमला कर दिया। पीड़ित महिला कांति देवी ने बताया कि वह अपने बच्चों के साथ घर में सो रही थीं, तभी करीब 11 बजे रात को गांव के ही कुछ लोग जबरन घर में घुस आए और उनकी तथा उनकी तीन बेटियों की बेरहमी से पिटाई की।

पीड़िता के अनुसार हमला करने वालों में निराला, भादव, शशिरंजन, विक्रम कुमार (सभी पुत्र महादेव राय), किरण देवी (पत्नी निराला), उर्मिला देवी (पत्नी महादेव राय), शारदा देवी (पत्नी रामप्रवेश राय), नेहा कुमारी (पुत्री निराला) शामिल थे। इन सभी ने मिलकर कोहि देवी और उनकी बेटियों शिल्पी कुमारी, रेशम कुमारी और आंचल कुमारी को लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा।

घटना के समय पीड़िता की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हुए, लेकिन हमलावर उन्हें भी धमकाते हुए फरार हो गए। जाते-जाते उन्होंने जान से मारने की धमकी दी और कहा कि “जहां जाना है जाओ, कुछ नहीं होने वाला।”

सुप्पी थाना में दर्ज प्राथमिकी संख्या 185/25 में भारतीय दंड संहिता की कई गंभीर धाराएं लगाई गई हैं, जिनमें 44, 091, 117(2), 74, 329(3), 329(4), 76, 35(2), 352, 3(5) शामिल हैं।

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पीड़िता ने सुप्पी थाना के चौकीदार संजय सिंह पर भी आरोप लगाया है कि वह आरोपियों की ओर से केस वापस लेने का दबाव बना रहा है। इस संबंध में एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भी वायरल हुई है, जिसमें धमकी देते हुए सुना जा सकता है।

पीड़िता का यह भी कहना है कि नरेश राय और ब्रजमोहन यादव जैसे अन्य स्थानीय प्रभावशाली लोग इस पूरी घटना में शामिल हैं और साजिश का हिस्सा रहे हैं।

ग्रामीणों में इस घटना को लेकर आक्रोश है। उनका कहना है कि यदि समय पर पुलिस कार्रवाई नहीं करती है, तो वे जिला मुख्यालय जाकर धरना देंगे। इस हमले ने क्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

अब तक पुलिस की ओर से कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है और न ही कोई आधिकारिक बयान जारी किया गया है। पीड़ित परिवार ने जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मामले की निष्पक्ष जांच और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है।

इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या गांवों में कानून का खौफ खत्म हो गया है? क्या चौकीदार जैसी जिम्मेदार भूमिका निभाने वाला भी अब दबंगों के साथ खड़ा हो रहा है?

ईखबर संवाददाता की विशेष रिपोर्ट

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version